Use of Kapalbhati Pranayam in daily life
आजकल की बिजी लाइफ में लोग अपने आप पर ध्यान नहीं दे पाते और उन्हें बहुत सी तकलीफ का सामना करना पड़ता है जैसे कि डायबिटीज़, गैस, कब्ज, भूख न लगना और भी बहुत सारी तकलीफ हो जाती है इन सारी तकलीफों को दूर करता है कपालभाति
कपालभाति को करने के लिए आपको पालथी मारकर सीधा बैठना है और आँखों को बंद करके ध्यान मुद्रा में बैठे अब अपने ध्यान को सांस पर ले आएं और सांस कि गति पर ध्यान दें अब आप पेट के निचले हिस्से को अंदर कि और लो और नाक से सांस को जोर लगाकर बहार फेंको असा आप तब तक करते रहो जब तक थक न जाओ फिर पूरी सांस बहार निकल दो और सांस को नार्मल करके आराम से बैठ जाओ जितना हो सके उतना ही सांस को बाहर फेंके यह क्रिया आप ३ से ४ बार करें
इससे होने वाले लाभ हम आपको बताते हैं
इससे पाचन तंत्र जैसे कि आतें, लीवर, किडनी, आमाशय स्वस्थ रहते हैं और कुछ रोग जैसे कि भूख न लगना, गैस, डायबिटीज़, कब्ज भी ठीक हो जाते हैं यह हृदय, फेफड़े, थाइराइड को भी बल देता है साथ ही साथ बालों के झड़ने को कम करता है इससे हार्मोन्स भी संतुलित रहते हैं और शरीर में गाँठ नहीं पड़ने देता
कुछ सावधानियोँ का भी ध्यान रखना होगा
यह क्रिया खाली पेट ही करें सुबह उठने के बाद यह क्रिया करने से ज्यादा फायदा होता है अगर आपके पेट का ऑपरेशन हुआ हो या फिर आपको हर्निया या अल्सर हो तो इस क्रिया को न करें जब आप यह क्रिया करो तो अपना ध्यान गिनती या फिर घड़ी पर न रखें और महिलाएं इस क्रिया को गर्भावस्था या फिर मासिक धर्म के दौरान न करें
कपालभाति को करने के लिए आपको पालथी मारकर सीधा बैठना है और आँखों को बंद करके ध्यान मुद्रा में बैठे अब अपने ध्यान को सांस पर ले आएं और सांस कि गति पर ध्यान दें अब आप पेट के निचले हिस्से को अंदर कि और लो और नाक से सांस को जोर लगाकर बहार फेंको असा आप तब तक करते रहो जब तक थक न जाओ फिर पूरी सांस बहार निकल दो और सांस को नार्मल करके आराम से बैठ जाओ जितना हो सके उतना ही सांस को बाहर फेंके यह क्रिया आप ३ से ४ बार करें
इससे होने वाले लाभ हम आपको बताते हैं
इससे पाचन तंत्र जैसे कि आतें, लीवर, किडनी, आमाशय स्वस्थ रहते हैं और कुछ रोग जैसे कि भूख न लगना, गैस, डायबिटीज़, कब्ज भी ठीक हो जाते हैं यह हृदय, फेफड़े, थाइराइड को भी बल देता है साथ ही साथ बालों के झड़ने को कम करता है इससे हार्मोन्स भी संतुलित रहते हैं और शरीर में गाँठ नहीं पड़ने देता
कुछ सावधानियोँ का भी ध्यान रखना होगा
यह क्रिया खाली पेट ही करें सुबह उठने के बाद यह क्रिया करने से ज्यादा फायदा होता है अगर आपके पेट का ऑपरेशन हुआ हो या फिर आपको हर्निया या अल्सर हो तो इस क्रिया को न करें जब आप यह क्रिया करो तो अपना ध्यान गिनती या फिर घड़ी पर न रखें और महिलाएं इस क्रिया को गर्भावस्था या फिर मासिक धर्म के दौरान न करें
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